💫राजयोग मैडिटेशन खुद पर नियंत्रण रखने की एक पद्धति है जो हमारी जिंदगी को आसान एंव खुशमय बनाता है।
💫राजयोग मैडिटेशन करने से हमारा मन शांत होता हैं और शक्तिशाली बनता हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन माना आत्मा का परमात्मा से मिलन।जिसमे हम परमात्मा से प्राप्त होने वाली सर्व शक्तियों और सर्व गुणों को अनुभव करते हैं।अतीन्द्रिय सुख का अनुभव करते।
💫राजयोग मैडिटेशन से हमारी बैटरी चार्ज होती हैं।आत्मा में शक्ति आती हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन खुद के अंदर विश्वास जाग्रत करता हैं।और हमारा आत्मबल बढ़ाता हैं।जो एक क्वालिटी और स्वस्थ लाइफ जीने के लिए बहुत जरूरी हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन के द्वारा हम स्वयं को मानसिक रूप से शक्तिशाली बना सकते हैं।हमारी सोई हुई शक्तिया पुनः जाग्रत होती हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन के द्वारा हम स्वयं को हर परिस्थिति में सकारात्मक और अचल-अडोल रख सकते हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन हमारे जीवन को सुख शांति प्रेम और ख़ुशी से सम्पन्न बनाता हैं।हमे हीन भावनाओ से मुक्त करता हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन करने से हम पर बाहरी नकारात्मक वायुमण्डल का भी कोई प्रभाव नही पड़ता।बच्चे और बूढ़े सभी मैडिटेशन कर सकते हैं इससे हमारी एकाग्रता और कार्य क्षमता भी अधिक तेज होती हैं।स्व में स्थित रहना ही स्वास्थ्य है।
💫राजयोग द्वारा हम स्वयं को सदा काल के लिए तंदरुस्त रख सकते।परमात्मा से सच्चे मिलन का सुख ले सकते जो और कोई तरीके से सम्भव नही।परमात्म प्राप्तियों का अनुभव करते।परमात्मा से कनेक्ट होने पर आत्मा अपनी ऑरिजिनल स्टेज को पुनः प्राप्त करती हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन के द्वारा आत्मा तमोप्रधान से सतोप्रधान बन जाती हैं।
💫राजयोग मैडिटेशन से हमे जीवन का वास्तविक आनन्द प्राप्त होता।जिस व्यक्ति को क्रोध आता हो उसे राजयोग जरूर करना चाहिए इससे हमे क्रोध को काबू करने में मदद मिलती हैं।हमारा क्रोध धीरे 2 शांत होता जाता हैं।अगर नींद नही आ रही हो या टेंशन हो तो आप डॉ के पास जायेगे तो वो भी मैडिटेशन करने की सलाह देते हैं।
💫राजयोग का नित्य अभ्यास करने से हमारी नींद भी सतोप्रधान बनती हैं।जर्नल हेल्थ साईकोलॉजी में पिछले महीने हुए रिसर्च पब्लिकेशन में दर्शाया हैं की मैडिटेशन हमारे तनाव को कम करता हैं और हमारे दिमाग को शांत रखता हैं इसे करने से शरीर का कॉर्टिसोल हार्मोन सही मात्रा में रहता हैं।
💫मैडिटेशन एक अद्भुत दवाई है जो हर प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियो को ठीक करती हैं।इंसान पूरा दिन काम करने के बाद 8 घंटे सोने के बाद भी उसकी थकावट दूर नही होती।क्योंकि उसका मन थका हुआ होता है।
💫मैडिटेशन से हम अपने मन को शांत कर सकते है।और कम घंटे सोने पर भी हम फ्रेश रहते है।बच्चे का ध्यान भी स्टडी में कम लगता है। मानसिक रीति से थक जाता है।
💫मैडिटेशन से मन की एकाग्रता बढ़ती है।स्टडी में ध्यान केन्द्रित होने से अच्छे नंबर आते है।
साइंस ने रिसर्च किया है कि मैडिटेशन के द्वारा हम मन की 10 से 20 % तक पॉवर बढ़ा सकते है।आज कल मनुष्य चिंता डिप्रेशन, आदि मानसिक बीमारियो के भोग बनते है क्योंकि वह अपने मानसिक संतुलन को खो बैठा है और बाहर
ही सुख-शांति की तलाश करता रहता है।
💫मैडिटेशन से हमे सुख-शांति-ख़ुशी मिलती है जोकि हमारे अंदर ही हैं।कहा जाता है प्राचीन काल में सन्यासी लोग अपने योग के बल से प्रकृति को भी अपने कण्ट्रोल में रखते
थे और जब चाहे तब बारिश होती थी।
💫मैडिटेशन से हम भी प्रकृति द्वारा आने वाली समस्या से बच सकते है। प्रकृति पर जीत पा सकते है।
💫राजयोग के अभ्यास से हमारे अंदर की बुराईया खत्म होती है।हमारे चरित्र को निखारता है।ख़ुशी बढाता है, ईर्ष्या,घृणा, नफरत को मिटाता है।हमारे आपसी संबंधो को मधुर बनाता है।मन को सही रास्ते पर चलने की दिशा बताता है।
💫राजयोग का अभ्यास करने से मन के संकल्पों की गति भी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।नेगेटिव विचारो कण्ट्रोल कर हम सभी परिस्थितियों में पॉजिटिव विचार कर सकते है।गहरी शांति की अनुभूति होती है।हम स्वयं की शक्ति को जान कर उन्हें कार्य में लगा सकते है।
💫 मन को कण्ट्रोल कर वृत्ति को श्रेष्ठ बनाता है।
💫राजयोग ही सभी दु:खो की एकमात्र औषधि है।
💫राजयोग मैडिटेशन के अभ्यास से कड़े संस्कार भी परिवर्तन हो जाते हैं।एकाग्रता बढ़ने से व्यक्ति क्रियाशील,कार्यकुशल, जागरूक बनता है।
💫जीवन में मूलभूत परिवर्तन ला देता है।संसारी होते हुए भी विदेही, कार्यरत होते हुए भी कर्मबंधन से मुक्त रहता है।
💫मानव गृहस्थ और समाज के कार्य में सक्रिय होते हुए भी निर्लेप रहता है अर्थात परिस्थितियों में तटस्थ रहकर कमल पुष्प सामान न्यारा और प्यारा रहकर जीवन व्यतीत करता है इसलिए वह समाज का लाभदायक अंग बन जाता है।
💫डर से छूट सकते है, जैसे कोई को अँधेरे से डर लगता हो तो वो अपना डर मैडिटेशन से दूर कर सकता है।
💫कोई बड़ा लॉस जैसे की बिज़नेस में लॉस, नजदीक के संबंधी का शरीर छूट जाये, ऐसी परिस्थितियो में अपने मन को पॉजिटिव रख सामना कर सकते है।
💫राजयोग मैडिटेशन से हम बिना रासायनिक खाद के फसलो को भी बहुत अच्छा ऊगा सकते है।
💫राजयोग मैडिटेशन से हमारे यहाँ माउंट आबू में हार्ट ब्लॉकेज भी खुल जाते है जिसके लिये बाहरी दुनिया में लाखो रूपये लगते है लेकिन यहाँ आसानी से ब्लॉकेज खुल जाते है।हम किसी भी विषम परिस्थिति को भी बहुत ही smoothly तरीके से हैंडल कर सकते है।
💫मैडिटेशन हमे हमेशा पॉजिटिव रहना सिखाता है और हम नेगेटिव परिस्थिति को कैसे पॉजिटिव नजरिया से देखे यह भी सिखाता है।
💫मैडिटेशन से हमारा आत्मविश्वास और एकाग्रता बढती है जिससे हमारा समस्याओं के प्रति नजरिया बदल जाता है।
💫हम समस्याओं को रचनात्मक तरीकों से बड़ी आसानी हल कर पाते है जिससे तनाव कम होता है।हम शांत होना शुरू हो जाते है। अनावश्यक बातों मे उलझना बंद हो जाता है।
💫शांत रहने से ऊर्जा व्यर्थ नही होती है।जो हम कार्य व्यवहार में इस्तेमाल कर सकते है।
💫नकारात्मक सोच खत्म होती है। हर काम सहज ही कर लेते है। ईश्वरीय शक्तिया प्राप्त होती।इसलिये सभी के लिये वरदान है।
💫जब हम स्वयं को आत्मा निश्चय कर अपने मन बुद्धि का लिंक परमात्मा के साथ जोड़ेगे तो हमे सच्चा सुख-शांति और शक्ति की प्राप्ति होती हैं।
💫गीता में भी प्राचीन राजयोग के बारे में बताया गया है कि जो योग स्वयं भगवान ने सिखाया है।गीता में लिखा है “हे अर्जुन राजयोगा विक्रमो दग्धा”अर्थात राजयोग से विकर्म नष्ट होते है।
💫मैडिटेशन से हम अपने आपको अच्छे से समझने लगते है इसलिये हमे जीवन जीने की कला आ जाती है।
💫राजयोग मैडिटेशन आत्मा के लिए उतना जरुरी है जितना शरीर के लिए साँस लेना जरुरी है।
💫राजयोग मैडिटेशन से सतयुगी पवित्र दुनिया के मालिक बनते है और मुक्ति-जीवनमुक्ति की प्राप्ति होती है।
💫राजयोग वह सब कुछ प्रदान करता है जो जीवन में प्राप्त करने योग्य है और योगी अनुभव करता है वह सब कुछ पा रहा है।यही जीवन की पूर्णता है।
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